मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

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माँ मुंशी प्रेम चंद 6 करुणा जीवित थी, पर संसार से उसका कोई नाता न था। उसका छोटा-सा संसार, जिसे उसने अपनी कल्पनाओं के हृदय में रचा था, स्वप्न की भाँति ...

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